मेरे जीवन की कुछ रोचक घटनाये और --
१- १९९४-९५ में उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा आयोग इलाहबाद में स्नातक /स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में प्राचार्य पद के साक्षात्कार के बाद स्पष्टीकरनण हेतु आयोग से पत्र आया कि आपने ओ बी सी का प्रमाण पत्र लगाया है सामान्य श्रेणी में टिक लगाया है इस भ्रम को दूर कीजिये l
मैंने जबाब में लिखा सत्य तथ्य को न छिपाने के लिए प्रमाण पात्र लगाया है मुझे ओ बी सी का आरक्षण लाभ नहीं चाहिए l मुझे कोई Insulted Assignment नहीं चाहिए l सामान्य में मेरा चयन हुआ लेकिन मेरिट में पीछे हो गया यदि लाभ लिया होता तो टॉप किया होता -
२-विवि जहाँ मैं आजकल कार्यरत हूँ यहाँ पर मैंने साक्षात्कार के समय विरोध किया था मुझे पिछड़े वर्ग में साक्षात्कार के लिए पुकारा गया जब सामान्य में बोर्ड ने बुलाने का निर्णय लिया तब साक्षत्कार में गया और पहले स्थान पर चयन हुआ -
३- अति निर्धन सुदूर गाँव में लगभग अनाथ पैदा हुआ ,13 साल की उम्र में माँ का साया छिन गया लेकिन हमेशा आरक्षण को नकार कर मेरिट /योग्यता वाला वजीफा लिया l आरक्षण का लाभ पाने वाले आलसी बन कर पीछे रह गये l मैंने जीवन में आरक्षण का कभी भी लाभ नहीं लिया न लूँगा
४- पंजाब में राजपुरा में आप सांसद डॉ धर्मवीर गाँधी के साथ --एक पुरुस्कार --Annual Real Award-14 पर कुमारी सरस्वती ने मेरा नामंकन करा दिया था ---विचाराधीन था --जब मेरी बारी आयी तो बोलते हुए मैंने कहा था कि----
मैंने जबाब में लिखा सत्य तथ्य को न छिपाने के लिए प्रमाण पात्र लगाया है मुझे ओ बी सी का आरक्षण लाभ नहीं चाहिए l मुझे कोई Insulted Assignment नहीं चाहिए l सामान्य में मेरा चयन हुआ लेकिन मेरिट में पीछे हो गया यदि लाभ लिया होता तो टॉप किया होता -
२-विवि जहाँ मैं आजकल कार्यरत हूँ यहाँ पर मैंने साक्षात्कार के समय विरोध किया था मुझे पिछड़े वर्ग में साक्षात्कार के लिए पुकारा गया जब सामान्य में बोर्ड ने बुलाने का निर्णय लिया तब साक्षत्कार में गया और पहले स्थान पर चयन हुआ -
३- अति निर्धन सुदूर गाँव में लगभग अनाथ पैदा हुआ ,13 साल की उम्र में माँ का साया छिन गया लेकिन हमेशा आरक्षण को नकार कर मेरिट /योग्यता वाला वजीफा लिया l आरक्षण का लाभ पाने वाले आलसी बन कर पीछे रह गये l मैंने जीवन में आरक्षण का कभी भी लाभ नहीं लिया न लूँगा
४- पंजाब में राजपुरा में आप सांसद डॉ धर्मवीर गाँधी के साथ --एक पुरुस्कार --Annual Real Award-14 पर कुमारी सरस्वती ने मेरा नामंकन करा दिया था ---विचाराधीन था --जब मेरी बारी आयी तो बोलते हुए मैंने कहा था कि----
पुरुस्कार देने वाला महान होता है लेने वाले से --मैं "बाल बच्चा पाल पुरुस्कार जो १३१३१३/=का एक या १३१३१/= के 13 की राशि मय प्रशस्ति पत्र का है " को राष्टपति /कुलाधिपति /उप्कुलाधिपति जैसे गरिमामयी व्यक्तियों के हाथों ही दिया जाता है वाला व्यक्ति हूँ मैं Annual Real Award-14 की दौड़ में नहीं हूँ फिर भी मुझे दिया गया - इस अवसर पर मैंने कहा था ---
कि भविष्य में यदि मुझे Noble Prize का offer मिला/ घर देने आया तो मैं उसे विना सोचे विना एक भी पल विताये अस्वीकार कर दूंगा l लात मार दूंगा l मैं किसी भी अपमानित पुरुस्कार को खासकर Noble Prize को जो दुनियां का सबसे ज्यादा अपमानित पुरुस्कार (Insulted Award) है को लात मारना ही मेरे लिए श्रेयस्कर है
Noble Prize is an Insulted Award of highest order and of lowest degree of the world--Dr V N Pal
Why ?
Noble Prize एक ऐसी राशि के व्याज से दिया जाता है --जो तमाम देशो को अश्त्र -शस्त्र बेचकर अर्जित की गयी है तथा जिसने तमाम नर संघार किये हैं और होते रहेंगे -- --डॉ पाल
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