परम आदरणीय -मित्रो
विजय हो आपकी विजय हो आपके माँ बापकी
विवेकस्पर्श के साथ डॉ "पाल "
पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम की बेला नजदीक है आप तमाम चीजों जैसे मोबाइल फोन आदि को रोजाना चार्ज / आवेशित करते है आपने अपने आपको कभी आवेशित किया ? कैसे उर्जा से आवेशित करेगें ? यह सीखने के लिए एक हादसा मानकर अपने F F F(Family,Friends,Foe) के साथ जीरों बजट पर बैभवशाली विश्व निर्माण-- मूल इकाई 'विशेषकर अपने घर' को --में अहम भूमिका निभाने के लिए आमंत्रित है
गणेश कुशवाहा / डॉ वी एन पाल
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